Add To collaction

हरतालिका तीज


मन मे सजल श्रद्धा लिए
आँखों में दीपमालिका
प्रियतम तुम्हारे वास्ते
करती हूँ व्रत हरतालिका।

एक दिन दो रात का
निर्जला तप मैंने किया है
हर घडी हर सांस में
केवल तुम्हें मैंने जिया है।

माँ पार्वती के सामने 
विनती मैं बस इतनी करूँ
मैं सुहागन ही जियूँ और
मैं सुहागिन ही मरूं।

मेरा पति शत आयु हो
उनको सफलता सब मिले
हर जन्म स्वामी ये मिले
जीवन मुझे जब जब मिले।

नारी शक्ति के तप को अभिनन्दन
सभी मातृशक्ति को हरतालिका तीज की शुभकामनाएं नमन

अंशुमान द्विवेदी
30.8.२०२२ प्रतियोगिता हेतु
मौलिक रचना



   14
7 Comments

Renu

31-Aug-2022 03:54 PM

👍👍

Reply

Punam verma

31-Aug-2022 08:12 AM

Very nice

Reply

Raziya bano

31-Aug-2022 07:30 AM

Bahut khub

Reply